भारत में लगभग 12 लाख आशा और आशा संगिनी स्वास्थ्य सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, लेकिन उन्हें निश्चित मानदेय या वेतन नहीं मिलता है। इस संबंध में, आशा संगिनी कर्मचारी संगठन ने सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने की अपील की है।

आशा संगिनी कर्मचारी संगठन की मांगें हैं कि आशा और आशा संगिनी को न्यूनतम 18 हजार और 24 हजार प्रतिमाह वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाय ,EPF और ESI का लाभ प्रदान किया जाए, आकस्मिक मृत्यु या दुर्घटना पर 10 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाय,
प्रदेश की सभी आशा/आशासंगिनी के परिवार को आयुष्मान गोल्डन कार्ड का लाभ दिया जाए. ऐसी ही 10 मांगों के साथ संगठन ने जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.