Saturday, March 15, 2025
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शारदा यूनिवर्सिटी में आयोजित हुआ नशा मुक्त भारत पखवाड़ा,छात्र छात्राओं को नशे से दूर रहने की कही गई बात

ताजनगरी आगरा में ”नशा मुक्त भारत” पखवाड़ा पर शारदा यूनिवर्सिटी में ड्रग्स अवेयरनेस सेमिनार आयोजित हुआ।शारदा यूनिवर्सिटी परिसर को ‘‘ड्रग्स फ्री कैंपस‘‘  घोषित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित जन समूह और छात्रों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग को खत्म करने की शपथ दिलायी गयी ।

ताजनगरी आगरा में 19 जून 2024 को नशा मुक्त भारत अभियान के तहत नशीले पदार्थों के प्रति जागरुक करने के लिए, सम्पूर्ण भारत देश में मनाये जा रहे “नशा मुक्त भारत“ पखवाड़ा (12 जून से 26 जून) के क्रम में मद्यनिषेध विभाग और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स द्वारा संयुक्त रुप से शारदा यूनिवर्सिटी कीठम आगरा में छात्र/छात्राओं के मध्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। छात्रों ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग की रोकथाम के विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता में प्रभावशाली दृश्य संदेश बनाकर अपनी कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इसके अलावा निबंध और भाषण प्रतियोगिताओं में भी प्रतिभागियों को मद्यनिषेध विभाग की ओर से शील्ड और सर्टिफिकेट सहित पुरस्कारों से कुलपति द्वारा सम्मानित किया गया। वेद सिंह चौहान नगर मजिस्ट्रेट आगरा व एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के अधिकारी  हरवेंद्र मिश्रा द्वारा शारदा यूनिवर्सिटी परिसर को ‘‘ड्रग्स फ्री कैंपस‘‘ घोषित किया गया। कार्यक्रम में उपक्षेत्रीय मद्यनिषेध अधिकारी  उपदेश कुमार ने छात्रों को नशीली दवाओं और शराब के दुरुपयोग के कारण स्वास्थ्य, धन, परिवार और समाज से संबंधित विभिन्न खतरों के बारे में जानकारी प्रदान की।

विश्विविद्यालय के प्रोफसेर डॉ0 रविकांत पाठक द्वारा उपस्थित जनसमूह को किसी भी उत्पाद से नशा न करने और समाज को नशीली दवाओं के दुरुपयोग को खत्म करने में मदद करने की शपथ दिलायी गयी। विमल कुमार द्वारा ड्रग्स एडिकशन के कुचक्र को बताया कि कैसे किशोरावस्था में बच्चे झूठी शान, दिखावा या कुसंगति के फेर में पडकर नशे के जाल में फंस जाते हैं। हम सबको पूर्ण नशा मुक्त समाज की स्थापना हेतु अपनी-अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी ।हम सबका दायित्व है कि सम्पूर्ण मानवता को मादक पदार्थों से बचाने हेतु अपनी भूमिका को निभायें और स्वंय नशीले पदार्थों का परित्याग कर जन-जन में इसके दुष्परिणामों और भ्रांतियों की जानकारियों को पहुचायें एवं नशा मुक्त समाज की स्थापना हेतु जन जाग्रति चेतना विकसित करें। तभी एक स्वस्थ राष्ट्र का सपना साकार होगा। वाइस चांसलर डा0 जयंती रंजन द्वारा नशीली दवाओं से मुक्त वातावरण बनाए रखने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता दोहराई और छात्रों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ अपनी लड़ाई में सतर्क और सक्रिय रहने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

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