महाभारत काल से चली आ रही पौराणिक कथा के आधार पर आज भी लोग जून के महीने में निर्जला एकादशी मानते हैं । जिसमें महिला पुरुष व्रत रखकर बिना पानी पिए इस भीषण गर्मी में इस व्रत को रखते हैं । आज पूरे शहर भर में इस व्रत के चलते हैं लाखो लोगों ने व्रत रखा और भगवान की उपासना करते हुए दान पुण्य किया।

यह कथा महाभारत काल की है। जब भी व्रत के चलते अपनी भूख मिटाने के लिए भीम कोई व्रत नहीं रखते थे । जब भगवान विष्णु ने कहा आप महीने में दो एकादशी के दौरान व्रत रखोगे तो आपके सभी व्रत पूरे हो जाएंगे। इसी के चलते यह व्रत सालों साल से चला रहा है। इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं पुरुष सुराही और फलों का दान करते हैं। आज पूरे शहर में यह व्रत मनाया गया तो वहीं लोगों ने इस व्रत के चलते जगह-जगह मीठी शरबत की प्याऊ लगाकर लोगों को ठंडक पहुंचाने के लिए शरबत का वितरण किया। झसी दौरान ताज नगरी के शिल्पग्राम रोड पर महिला संगठनों द्वारा लोगों को ठंडे पानी की स्टाल लगाकर जल वितरण किया गया।