ताज नगरी आगरा में 15 मई से लेकर 30 जून के बीच गंगाजल की आपूर्ति बिल्कुल बाधित रहेगी। इसके विकल्प के रूप में आगरा वासियों को यमुना का पानी उपयोग में लेना होगा। क्योंकि टिहरी बांध से गंगाजल की आपूर्ति आधे से भी कम रह जाएगी।

टिहरी बांध से गंगाजल की आपूर्ति न होने की वजह से ताज नगरी आगरा में 15 मई से 30 जून तक पानी की किल्लत रहेगी। गंगाजल की आपूर्ति रुक जाने से शहर के करीब पांच लाख लोगों को पानी की विकराल समस्या से जूझना पड़ेगा। इसके लिए निगम ने गंगाजल की जगह यमुना के जल की आपूर्ति करने की बात कही है। देखा जाए तो यमुना का जल मानकों के हिसाब से पीने योग्य नहीं है। लेकिन भीषण गर्मी और पानी की कमी को पूरा करने के लिए यमुना के जल को विकल्प के रूप में लिया गया है। हालांकि कई पर्यावरणविदों यमुना के जल को उपयोग के लायक नहीं माना है। इसके अलावा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट में भी यमुना के जल को शुद्ध नहीं बताया है। इतनी भीषण गर्मी में पानी न मिलने से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाएगा। इसके लिए यमुना के जल का विकल्प तैयार किया गया है। देखने वाली बात होगी इस दौरान यमुना जल के उपयोग से लोगों को किस तरह की समस्या उत्पन्न होगी।