इसे अधिकारियों की अनदेखी कहें या लापरवाही जिसके चलते सालों से हजारों लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं। लेकिन नगर निगम के अधिकारी इस ओर कोई नजर घुमा कर देखना नहीं चाहते। यहां बच्चों से लेकर बूढ़े तक लोग परेशान हैं। लेकिन उसके बावजूद भी अधिकारी इन्हें अनदेखा कर रहे हैं।

भले ही नगर निगम ने विस्तार करते हुए 4 ग्रामीण क्षेत्रों को अपने क्षेत्र में शामिल किया है। लेकिन सुविधाओं के नाम पर बात की जाए तो वहां कुछ दिखाई नहीं देता है। नगर निगम द्वारा शमशाबाद रोड पर दो और फतेहाबाद रोड पर दो गांव को नगर निगम में शामिल किया गया है। लेकिन स्मार्ट सिटी होने के बावजूद भी वहां लोग आज भी नारकीय जिंदगी जी रहे हैं। बात करें चमरौली स्थित सावित्री नगर की तो वहां सीवर उफान ले रहे हैं। लोग गंदे पानी से निकलने को मजबूर हैं। लोगों का कहना है कि न तो यहां कोई अधिकारी और न ही नगर निगम के कर्मचारी आते हैं। जिसके चलते आज सीवर उफान ले रहे हैं और गलियों में गंदा पानी भरा हुआ है। बूढ़े से लेकर जवान तक मजबूरी में इस गंदे पानी से गुजरने को मजबूर हैं। लेकिन एक भी अधिकारी का इस ओर ध्यान नहीं है।