प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात कर रहे हैं। लेकिन उनके प्रयासों के बाद भी भ्रष्टाचार चरम पर है। जिसके चलते अधिकारियों की मनमानी के सामने कर्मचारियों को धरना प्रदर्शन तक करने पड़ रहे हैं। इसी के चलते सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने अधिकारियों के खिलाफ धरना दिया

जिले में नहरों और सिचाई विभाग की जमीनों पर अवैध रूप से लोगों द्वारा कब्जा किया जा रहा हैं। कहीं दुकानदारों तो कहीं बिल्डरों द्वारा अवैध कब्जा कर लिए गए हैं। इसके चलते कई बार कर्मचारियों और अधिकारियों की दबंगों से झड़प भी हो चुकी है। इसी बीच एक सिचपाल को सस्पेंड कर दिया गया। जिसके चलते प्रतापपुरा स्थित सिंचाई विभाग के कार्यालय पर कर्मचारियों ने धरना दिया।
धरने में कई घटक दल शामिल हुए। जिसमें शिक्षा विभाग एसएन मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों ने भाग लेते हुए अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। वहीँ सिचपाल ने पंकज अग्रवाल नाम के अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा के विभाग में सबसे अधिक भ्रष्टाचार इन्होंने फैला रखा है। जिसके चलते मुझे सस्पेंड किया गया है। अगर इस बात को लेकर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो धरना अनिश्चितकालीन समय तक जारी रहेगा।