नगर निगम अधिकारी भले ही लाख दावे करें ।लेकिन लोगों की समस्याएं दूर होने का नाम नहीं ले रही है। एसी कमरों में बैठे अधिकारी भले ही फर्राटे से सड़कों पर गाड़ियां दौड़ाते हो। लेकिन आम जनता की समस्या जस की तस बनी हुई है। शहर के कई इलाके ऐसे हैं जो आज भी विकास की राह देख रहे हैं लेकिन वहां विकास नहीं हो पा रहा है।

नगर निगम द्वारा हाल ही में विस्तार करते हुए । शमशाबाद रोड स्थित गांव चमरौली को नगर निगम सीमा में शामिल किया गया है । लेकिन 1 साल बीत जाने के बाद भी यहां के लोग विकास की राह देख रहे हैं। गलियों में जल भराव और टूटी सड़कों से लोग परेशान है । लेकिन नगर निगम अधिकारी इस और ध्यान नहीं दे रहे हैं । क्षेत्रीय लोगों ने कई बार पार्षद और विधायक से भी इस बात को लेकर मुलाकात की है। लेकिन उसके बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। लोग टूटी सड़कों से निकलने को मजबूर है तो वहीं पानी निकासी न होने के चलते गलियों में पानी भरने से स्कूली छात्र और ग्रामीण परेशान है।
वहीं परेशानी के चलते क्षेत्रीय लोगों ने मतदान बहिष्कार करने की भी बात कही है । हालांकि नगर निगम द्वारा शहर को स्मार्ट बनाने के लाख दावे किए जाएं लेकिन यह गांव उन अधिकारियों के दावों को आइना दिखाता नजर आ रहा है।