धार्मिक पर्वों के दिनों में हमेशा ताजमहल सुर्खियों में रहता है। जिसके चलते हिंदूवादी संगठन लगातार तेजो महल की बात कहते हुए पूजा अर्चना करने आते हैं । लेकिन पुलिस और प्रशासन द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए । उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। वहीं आज एक महिला कावड़ लेकर ताजमहल पहुंची तो पुलिस ने उसे रोक दिया।

ताजमहल और तेजोमहल को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को इस विवाद ने एक नया मोड़ लिया जब अखिल भारत हिंदू महासभा की जिलाध्यक्ष मीरा राठौर कांवड़ लेकर ताजमहल के पश्चिमी गेट पर पहुंच गईं। उन्होंने दावा किया कि भगवान शिव ने सपने में उन्हें ताजमहल में पूजा करने के लिए बुलाया है। पुलिस ने उन्हें बैरियर पर रोक लिया, जिसके बाद उन्होंने वहीं पर कांवड़ लेकर खड़े रहने की जिद पकड़ी। दरअसल ताजमहल को लेकर कई हिंदू संगठनों का लंबे समय से यह दावा रहा है कि ताजमहल पहले एक मंदिर था। हाल ही में, एक हिंदू संगठन ने ताजमहल में पूजा और जलाभिषेक की अनुमति के लिए न्यायालय में वाद दाखिल किया था। इस पर कानूनी प्रक्रिया चल रही है। इसी संदर्भ में सोमवार को मीरा राठौर कांवड़ लेकर ताजमहल पहुंचीं । मीरा राठौर का कहना है कि उन्होंने कासगंज के सोरों से गंगाजल भरकर कांवड़ लाई है और सपने में भगवान शिव से प्राप्त आशीर्वाद के आधार पर ताजमहल में पूजा करने का अधिकार मांग रही हैं। हालांकि, पश्चिमी गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने नियमों का हवाला देते हुए उन्हें प्रवेश देने से मना कर दिया। पुलिस ने स्पष्ट किया कि कांवड़ का रास्ता नहीं बदला जा सकता और ताजमहल के भीतर पूजा करने की अनुमति की दिशा-निर्देशों का पालन करने की आवश्यक है। पुलिस के मना करने के बावजूद, मीरा राठौर कांवड़ लेकर वहीं खड़ी रहीं। इस घटना के चलते ताजमहल के पश्चिमी गेट पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई।