डॉक्टर को भगवान का रूप यूं ही नहीं कहा जाता आज एक बार फिर एक डॉक्टर ने अपनी सूझबूझ से एक बच्चे की जान बचा ली ताजमहल पर अपने मां-बाप से बिछड़ने के बाद रो-रो कर बेहोश हुई बच्ची को डॉक्टर ने सीपीआर देकर उसकी जान बचाई|

मामला ताजमहल का है जहां कर्नाटक के बेलगांव से घूमने आए परिवार से एक बच्ची बिछड़ गई और मां-बाप को ढूंढने के लिए इधर-उधर घूमती रही और रोने लगी रोटी-रोटी बच्ची बेहोश हो गई जिसको पर्यटक कौन है देख कर पुलिस को सूचना दी मौके पर पहुंची पुलिसों से डिस्पेंसरी लेकर गई जहां डॉक्टर ने उसे देखा और उसका इलाज शुरू किया इसके बाद डॉक्टर रिंकू बघेल ने बच्ची का इलाज करते हुए उसे सीपीआर देना शुरू किया जिसके चलते बच्ची की जान बच सकी और वह होश में आ गई बच्ची के होश में आने के बाद उसके मां-बाप को ढूंढ कर बच्ची उनके सुपुर्द कर दी गई|