प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद भी सरकारी कार्यालयो में छोटे कर्मचारियों का उत्पीडन और भ्रष्टाचार समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। जिसके चलते कर्मचारियों को न्याय की गुहार लगाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उसके बावजूद भी व्यवस्था में सुधार होने का नाम नहीं है।

नगर निगम जोनल कार्यालय 2 ताजगंज फतेहाबाद रोड पर एक मामला सामने आया है। जहां पर कर्मचारियों पर बढ़ता अत्याचार नजर आ रहा है। जी हाँ हम आपको बताते चलें जो कर्मचारी महिला, बुजुर्ग सभी तरह के लोग काम करते हैं । उनके साथ में नगर निगम जोनल 2 के इंस्पेक्टर राघवेंद्र यादव और क्षेत्र के पार्षद पति मानसिंह कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं। इस बात को लेकर कर्मचारी कार्यालय पहुंचे और उन्होंने उत्पीडन करने के आरोप दोनों पर लगाये।
उनका कहना है वह खुलेआम कर्मचारियों से रिश्वत मांगते हैं। रिश्वत न देने पर या तो उनकी गैर हाजिरी लगा दी जाती है या पैसा काट दिया जाता है । रिश्वत मांगते हुए वह कभी 10 हजार तो कभी 25 हजार शिकायतकर्ता सुपरवाइजर रितिक से बोलते हैं। इन लोगों की सैलरी की कटौती कर दी गई है। जबकि पूरे दिन कर्मचारी काम में लगे रहते हैं।
वैसे तो कार्यालय में सभी कर्मचारी समय से आते हैं ।लेकिन भ्रष्टाचार के चलते उनकी गैर हाजिरी लगा दी जाती है । जब लोग रोज आते हैं और ओवर टाइम से अधिक कार्य करते हैं तो ऐसा साफ है कि कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार चरम पर है ।अब देखना यह होगा की क्या नगर निगम अधिकारी इस ओर ध्यान देते हैं या नहीं।