लोकसभा चुनाव को लेकर जिस तरह सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है । उससे आम आदमी परेशान है। थानों से लेकर अस्पतालों तक स्टाफ न होने के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि अस्पतालों में लोगों को डॉक्टर के न होने के कारण दवा भी नहीं मिल पा रही है।

बरौली अहीर ब्लॉक के गांव श्यामो में आबादी लगभग 18 हजार है। वहां के लोगों को सरकारी अस्पताल में दबाए न मिलने के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है। कई दिनों से लोग अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन उन्हें दवा नहीं मिल पा रही है। चुनाव ड्यूटी के चलते अस्पताल में डॉक्टरों को अन्य जगह तैनाती दे दी गई है। जिसके चलते इस गर्मी के मौसम में मरीजों को भटकना पड़ रहा है। लोग कई दिनों से अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं ।लेकिन उन्हें दबाए नहीं मिल पा रही हैं। अस्पताल में मौजूद कर्मचारियों का कहना है कि दवा तो डॉक्टर ही देंगे। हम तो छोटे कर्मचारी हैं। हमें दवा देने का कोई अधिकार नहीं है। वही डॉक्टरों की ड्यूटी अन्य जगह लगाए जाने से मरीज वापस लौट रहे हैं।
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि गांव में गरीब तबके के लोग रहते हैं। ऐसे में महंगे डॉक्टर से दवा लेना उनके बस की बात नहीं है। लेकिन डॉक्टर ही नहीं है तो दवा कहा से ले।