लगातार हो रही बारिश और कोटा बैराज से छोड़े गए 3 लाख क्यूसेक पानी के चलते चंबल नदी में बाढ़ की आशंका और गहरा गई है खतरे के निशान से महेश 5 मीटर नीचे चंबल नदी बह रही है। वही प्रशासिक टीम ने खतरे को देखते हुए सीमावर्ती इलाकों को खाली करने के निर्देश जारी की है।

मौसम में अचानक आए बदलाव के साथ ही हो रही बारिश के चलते लगातार आम जनजीवन तो प्रभावित था ही इसी के साथ कोटा बैराज से 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद चंबल नदी में बाढ़ का खतरा भरने से चंबल नदी के आसपास रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है प्रति घंटा 30 सेंटीमीटर के रफ्तार से बढ़ रहा है चंबल का जलस्तर जिससे बाढ़ का खतरा लगातार बनता जा रहा है 130 मी खतरे का निशान है जो अभी तकअब 125 मीटर पर कर चुका है जिसके चलते नदी किनारे बसे तीन दर्जन गांवों के संपर्क मार्ग पर पानी भर चुका है जो ग्रामीणों को लगातार डरा रहा है प्रशासन ने तटवर्ती गांव में हाई अलर्ट जारी किया है नदी के किनारे गांव में राजस्व टीम को तैनात किया गया है इसी के साथ ग्रामीणों से अपील की गई है कि वह नदी किनारे ना जाए यूपी जिला अधिकारी बहा सृष्टि सिंह ने पिनाहट घाट चंबल नदी का जायजा लिया है
इसी के साथ बाल चौकिया भी स्थापित की गई है चंबल नदी के किनारे उगने वाली तिलहन उड़द मूंग की फैसले जलमग्न हो गई है जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है वही पिनाहट घाट चंबल नदी का स्टीमर संचालन भी बंद कर दिया गया है बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है