सावन माह की शिव तेरस पर बड़ी संख्या में कावड़ यात्री सोरों घाट गंगा जल लेकर मध्य प्रदेश जाने के दौरान पिनाहट चंबल नदी पार करते है जिसके लिए उन्हें स्टीमर की मदद लेनी पड़ रही है लेकिन व्यवस्थाओं कों लेकर तमाम कमियां देखी जा रही है

उत्तर प्रदेश के सोरों घाट से गंगाजल भरकर कावड़ यात्रा लेकर मध्य प्रदेश को जा रहे भक्त श्रद्धालुओं को इस दौरान चंबल नदी को पार करना होता है प्रदेश सरकार द्वारा तमाम निर्देश मिलने के बावजूद भी कावड़ यात्रियों की सुविधा के लिए कोई खास इंतजाम यहां नज़र नहीं आते हैं सुबह से ही बड़ी संख्या में पहुंचे कावड़ यात्रियों को नदी पार करने के लिए स्टीमर की ही पर्याप्त संख्या मौजूद नहीं है
तस्वीरों में आप साफ तौर पर देख सकते हैं कि किस तरह पानी से कूद कर शिव भक्तों को स्टीमर तक पहुंचाना पड़ रहा है और एक बार में कितने शिव भक्त नाव में सवार हैं और पूरे क्षेत्र में शिव भक्तों की कतारें लगी हुई हैं वहीं चंबल नदी के किनारे कीचड़ का भी अंबार लगा हुआ है इसके चलते कावड़ यात्रियों को उसी से होकर गुजरना पड़ रहा है