प्रदेश में आज सरकारी स्कूलों में शिक्षण कार्य कर रहे लगभग डेढ़ लाख शिक्षामित्र ने 25 जुलाई को काला दिवस के रूप में मनाते हुए काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया और उन्होंने सरकार से मांग की कि उनका समायोजन किया जाए और उनकी मांगों को पूरा किया जाए। वही सभी शिक्षामित्र ने अपने दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि भी दी।

25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शिक्षामित्र का समायोजन रद्द कर दिया गया था। उसके बाद शिक्षामित्र सरकार से आस लगाए हुए बैठे हैं। लेकिन सरकार द्वारा कई बार कमेटीया बनाई गई । लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान आज तक नहीं हो पाया है। लगातार शिक्षामित्र अपने मानदेय को बढ़ाने और दिवंगत साथियों को न्याय दिलाने के लिए अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं । लेकिन सरकार अभी तक उनकी मांगों को पूरा नहीं कर पाई है। इसके चलते आज स्कूलों में सभी शिक्षामित्र ने काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया और अपने दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि दी। वही शिक्षामित्र ने संजय पहले मे स्थित शहीद स्मारक पर कैंडल मार्च के जरिए अपने साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सरकार से मांग की कि उन्हें उचित न्याय और उनके मानदेय में वृद्धि करें। जिससे उन्हें परिवार चलाने में कोई समस्या ना हो।