आगरा कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग में मानसिक स्वास्थ्य पर सेमिनार का आयोजन किया गया..जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन की थीम “मेंटल हेल्थ एट वर्क प्लेस” विषय पर अपने विचार रखे और विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया..
आगरा के मनोविज्ञान विभाग में मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के अवसर पर एक दिवसीय विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका विषय ‘कार्य स्थल पर मानसिक स्वास्थ्य’ था। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि प्रख्यात मनोवैज्ञानिक डॉ. सारंग धर ने अपने उद्बोधन में कार्यस्थल पर तनाव से बचने के लिए आपस में सहयोग तथा छोटी-छोटी बातों से बचने की सलाह दी। छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में स्व- मूल्यांकन जरूरी है तथा लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समय प्रबंधन आवश्यक है। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. शिव कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया तथा विषय प्रवर्तन करते हुए अपने उद्बोधन में बताया बताया कि कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए सक्रिय रहते हुए नए कौशल को सीखने पर बल दिया तथा परिवार एवं मित्रों से संयोजन को महत्वपूर्ण बताया। अपने उद्बोधन में आगे कहा कि पारस्परिक सहयोग का अभाव, एकाकीपन, विभेद, आवश्यकता से अधिक अनुशासन तथा कार्य असुरक्षा की भावना मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते है।
डॉ. पूनम चांद ने सकारात्मक विचारों के महत्व पर प्रकाश डाला एवं कार्यक्षेत्र में तनाव से बचने के लिए अपनी रुचि के अनुसार कार्य चुनने पर बल दिया। डा अंशु चौहान ने बताया कि कर्मचारियों को प्रोत्साहित करते रहना चाहिए। उन्होंने भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक पहलुओं का अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कार्य स्थल के नकारात्मक और सकारात्मक दोनों पहलुओं पर अपने विचार रखें। डॉ अमित अग्रवाल ने छात्रों को अनुशासित रहने की सलाह दी तथा बताया कि अनुशासन में रहकर ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीपाली सिंह ने किया तथा विभागाध्यक्ष डॉ. रचना सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर मानसिक स्वास्थ्य पर छात्र-छात्राओं ने पोस्टर प्रस्तुतीकरण किया। हिद्यान्शी कदम, नाहिद तथा राहुल यादव ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर डॉ. शादां जाफरी, डॉ. संध्या यादव, डॉ.अरविन्द गुप्ता, डॉ. महेन्द्र सिंह तथा विभाग के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।